आज से हजार साल पहले सन 980 में बसरा में जन्मे महान चिकित्सक इब्न सीना ने दो बकरियों पर एक मेडिकल एक्सपेरिमेंट किया जिसके नतीजे बहुत चौंकाने वाले थे।
इब्न सीना ने दो एक जैसी बकरियां लेकर अलग-अलग पिजरों में बंद कर दिया, यह बकरियां स्वास्थ्य, साइज और वजन में बिल्कुल एक जैसी थीं। वह उन बकरियों को रोज एक जैसा ही खाना दिया करते थे।
इब्न-सीना ने अपने प्रयोग में एक बकरी के सामने पिजरे में एक भेड़िए को भी बांध दिया, बंधे होने के कारण वह भेड़िया उस बकरी को नुकसान नहीं पहुंचा सकता था। उस भेड़िया को दूसरी बकरी नहीं देख सकती थी।
कई महीनों बाद उन्होंने नोटिस किया जो बकरी भेड़िए के पास थी वह बहुत कमजोर हो चुकी थी उसका वजन बहुत गिर चुका था। वह मुरझाई सी रहती थी और कुछ ठीक से खाती पीती भी नहीं थी। जबकि दूसरी बकरी पूरी तरह स्वस्थ थी और अच्छे से खाती पीती थी। मजीद कुछ और दिन गुजरने के बाद भेड़िए के पास वाली बकरी मर गई।
इब्न-सीना यह देखकर बहुत हैरान हुए और इस नतीजे पर पहुंचे कि खौफ और जेहनी सुकून ना होने पर हम सब मेंटल इलनेस का शिकार होकर ठीक उस बकरी की तरह अपना ही नुकसान करते हैं। इसीलिए बिला वजह खुद को परेशान और खौफ में ना रखें, मौत जब आएगी तब आएगी और तब तक निडर होकर जिंदगी जीना चाहिए।
Bahut acha experiment tha.