पिरी रीस (Piri Reis) एक तुर्क अमीर, भूगोलवेत्ता और मानचित्रकार थे। इन्हे आज अपने मानचित्रों और रेखाचित्रों के लिए जाना जाता है जिसे उन्होंने अपनी पुस्तक ‘किताब-ए-बहरी’ (Kitab-e-Bahriye) में एकत्र किए थे। इस पुस्तक में शिपिंग के बारे में विस्तृत जानकारी है और यह प्रमुख बंदरगाहों और शहरों के सटीक नक्शे पर आधारित है। पिरी रीस के बारे में दुनिया को तब पता चला जब दुनिया को नक्शे का एक टुकड़ा मिला, जिसे पेरी रीस (1513 में बनाया गया) के नक्शे के रूप में पाया गया, जिसे सन् 1929 में खोजा गया और इस्तांबुल के टोपकापी पैलेस में रखा गया । यह नक्शा दुनिया का सबसे पुराना वह नक्शा है जो यूरोप के पश्चिमी तटों और उत्तरी अफ्रीका और ब्राजील के तट को उचित सटीकता के साथ दिखाता है। यह अमेरिका का सबसे पुराना नक्शा है। पुस्तक में यात्राओं का जो वर्णन है उसके आधार पर अनुमान है कि इसमें पूरे विश्व का नक्शा रहा होगा, लेकिन दुर्भाग्य से जब ये पुस्तक प्राप्त हुवा तब तक इसके कई पृष्ठ और नक्शे का 2/3 हिस्सा खराब हो चुका था।
सन् 1528 में पिरी रीस ने अपना दूसरा विश्व मानचित्र बनाया, जिसमे ग्रीनलैंड, उत्तरी अमेरिका, लैब्राडोर, न्यूफ़ाउंडलैंड, फ्लोरिडा, क्यूबा और मध्य अमेरिका के कुछ हिस्सा दिखाय गया है। उनके लेखन के अनुसार, उन्होंने अपने नक्से को बनाने के लिए कई (अरबी, स्पेनिश, पुर्तगाली, चीनी, भारतीय और ग्रीक) मानचित्रों का उपयोग किया, जिसमें क्रिस्टोफर कोलंबस का एक नक्शा भी शामिल था।
‘द पिरी रीस मैप‘ में क्या है खास?
आज आधुनिक समय में सैटेलाइट कि मदत से कहीं का भी नक्शा बनाना आसान हो गया है, लेकिन पूर्व-आधुनिक (आधुनिक युग से पहले की) युग में लोग नक्शे को बनाने के लिए उस जगह पर जा के अपने कदमों की मदद से उस जगह को नापते थे। इस नक्शे में नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, ग्रीनलैंड, अंटार्कटिका और वेस्ट अफ्रीका को उनके छोटे बड़े टापुवों के साथ दिखाया गया है, आखिर कैसे इतनी बारीकी से 4 महादीपों को अपने कदमों से पिरी रीस ने नापा होगा। माना कई नक्शों का भी प्रयोग किया है लेकिन हर नक्शा बहुत सारी त्रुटियों से भरा था, जबकि पिरी मैप आधुनिक नक्शे के बहुत हद तक समान है।
इसके अलावा पिरी मैप में अंटार्कटिका का भी कुछ हिस्सा दिखाया गया है लेकिन सबसे हैरानी की बात यहीं है क्योंकि यह नक्शा बर्फ से मुक्त अंटार्कटिका महाद्वीप को दर्शाता है। जब की यह कैसे संभव है कि औसतन 1.9 किलोमीटर मोटे बर्फ से ढके महाद्वीप का नक्शा बनाया जा सके और जब इस नक्शे को बनाया गया तब तक मनुष्यों द्वारा अंटार्कटिका की खोज ही नहीं हुई थी।
अंटार्कटिका तक पहुंचने वाले पहले खोजी अभियान का नेतृत्व ब्रिटिश खोजकर्ता जेम्स कुक ने किया था, जिन्होंने 1772 में केवल बर्फ ही देखने में कामयाब रहे। जब कि 250 साल पहले ही पिरी रीस ने अंटार्कटिका का नौवहन चार्ट पर खींच लिया था, जो इस महाद्वीप को बर्फ से मुक्त दिखा रहा था।
कौन थे पिरी रीस (Piri Reis)?
उनके नाम का अर्थ कैप्टन पेरी है। ओटोमन दस्तावेजों से पता चलता है कि उनका पूरा नाम हाजी अहमद मोही-उद-दीन पेरी था। वे हाजी मुहम्मद पेरी के पुत्र थे। उन्होंने 1481 से निजी शिपिंग में भाग लेना शुरू कर दिया, इस समय के दौरान उन्होंने अपने चाचा के साथ ओटोमन साम्राज्य के लिए कई नौसैनिक युद्ध लड़े, जिनमें स्पेन, जेनोआ गणराज्य, वेनिस गणराज्य और लेपैंटो की लड़ाई शामिल है।
सन् 1511 में अपने चाचा कमल रईस की मृत्यु के बाद (जहां उनका जहाज भूमध्य सागर में एक तूफान में बर्बाद हो गया था और वह मिस्र के रास्ते में थे) वह ग्लिबोलो लौट आये और शिपिंग शिक्षा पर काम करना शुरू कर दिया।
सन् 1516 में वह एक तुर्क बेड़े के कप्तान के रूप में फिर से समुद्र में उतर गए । 1522 में, उन्होंने नाइट्स ऑफ सेंट जॉन के खिलाफ रोड आइलैंड की घेराबंदी में भाग लिया, जिसके कारण 25 दिसंबर 1522 को द्वीप पर ओटोमन का कब्जा हो गया।
सन् 1547 में, पियरे को हिंद महासागर में ओटोमन नौसेना के कमांडर और मिस्र में नौसेना के कमांडर के रूप में अमीर (नौसेना के कमांडर) के पद पर पदोन्नत किया गया था।
26 फरवरी, 1548 को, उन्होंने अदन को पुर्तगाली कब्जे से मुक्त कराया। उन्होंने 1552 में पुर्तगालियों से मस्कट और कैश को भी वापस ले लिया, और फिर उन्होंने फारस की खाड़ी के मुहाने पर होर्मुज के जलडमरूमध्य में होर्मुज द्वीप पर कब्जा कर लिया।
जब पुर्तगालियों ने अपना ध्यान फ़ारस की खाड़ी की ओर लगाया, तो इन्होंने क़तरी प्रायद्वीप और बहरीन द्वीप पर भी कब्ज़ा कर लिया, ताकि पुर्तगाली अरब तट पर उपयुक्त ठिकानों का पता न लगा सकें।
एक बूढ़े व्यक्ति के रूप में, पिरी रीस 90 वर्ष की आयु में मिस्र में बस गए। सन् 1553 में उसके सिर को काट दिया गया जब उन्होंने उत्तरी फ़ारस की खाड़ी में पुर्तगालियों के खिलाफ एक अन्य अभियान में बसरा के तुर्क वली (गवर्नर) का समर्थन करने से इनकार कर दिया।
पियरे रीस पुस्तक ‘किताब-ए-बहरी’ (Kitab-e-Bahriye) के लेखक हैं, जो सबसे अच्छी पूर्व-आधुनिक (आधुनिक युग से पहले) नौ-परिवहण (शिपिंग) पुस्तकों में से एक है। उन्होंने एक व्यापक मानचित्र बनाने के लिए बीस से अधिक अरबी, स्पेनिश, पुर्तगाली, चीनी, भारतीय और प्राचीन ग्रीक मानचित्रों का उपयोग किया जो पूरी तरह से उनके समय का प्रतिनिधित्व करता है।